Best Quotes for Uttarakhand
तुम्हारी सासे शायद कहर चाहती हैं, ये फैला समुंदर छोड़ सिकुड़ा नहर चाहती हैं। और कहते हैं बेरोज़गार…
तुम्हारी सासे शायद कहर चाहती हैं, ये फैला समुंदर छोड़ सिकुड़ा नहर चाहती हैं। और कहते हैं बेरोज़गार…
वक्त की बनावट देखो , कई मुलाकाते अब बिछड़ने का कारण है ।
चुनने चले हो जो सरकार तुम अपनी, जरा पहले जाकर अपना वोट तो बचाओ। और सुना हैं दारू उगलवा देती है सा…
आंखो से धूल हटी , कुछ बाते दिखने लगी हैं। पत्रकारों के दामन से पत्रकारिता मिटने लगी हैं। एक जमाना …
एक रोज़ आया नहीं मैं किसी की नज़रों में, तो वे नज़रे ही नहीं मिली जो दूढ़ती हो मुझे ।। 👇👇👇👇…
सिकुुड़ जाता हैं समय बचपन का, जिम्मेदारी कभी उम्र देख कर नहीं आ 👇👇👇👇 Some great work on childho…
खुले में घूमते हैं वैहसी समाज के, शीकंजा कसने वाले तो खुद शीकंजे में हैं 👇👇👇👇👇👇 7 तथ्य जो आ…
समाज की सरेआम इज्जत लुटती हैं, जब मेहंदी हाथ लगे किताबे छूटती हैं।। 👇👇👇👇👇👇 Child …
कतराते हैं मजदूरों से मिलने वे लोग, जो सफेदी के नीचे कई दाग छुपाए हैं।।
जब तुम्हारी हरकत खौफ छाटने लगी, तो हवाएं भी मौत बाटने लगी !! 👇👇👇👇👇👇👇 Thoughts on Environm…